प्रमुख पर्व
त्यौहार का नाम 2023 2024 होली 8 मार्च 25 मार्च रक्षाबंधन 30 अगस्त 19 अगस्त जन्माष्टमी 6 सितंबर 26 अगस्त गणेश चतुर्थी 19 सितंबर 7 सितम्बर दशहरा 24 अक्टूबर 12 अक्टूबर गुरु नानक जयंती 27 नवम्बर 15 नवम्बर दिवाली 12 नवम्बर 1 नवम्बर
सांस्कृतिक त्यौहारों का विवरण किया गया हैं अन्य धार्मिक त्यौहार
त्यौहारों का नाम 2023 2024 महाशिव रात्रि 18 फरवरी 8 मार्च फुलेरा दूज 21 फरवरी 12 मार्च रंग पंचमी 12 मार्च 30 मार्च गुड़ी पड़वा 22 मार्च 9 अप्रैल राम नवमी 30 मार्च 17 अप्रैल गणगौर 8 मार्च 25 मार्च अक्षय तृतीया 22 अप्रैल 10 मई बुद्ध पूर्णिमा 5 मई 23 मई गंगा दशहरा 28 मई 16 जून मिथुना संक्राती 15 जून 15 जून जगन्नाथ रथ यात्रा 20 जून 7 जुलाई जयापार्वती व्रत 1 जुलाई 19 जुलाई हरियाली तीज 19 अगस्त 7 अगस्त नाग पंचमी 21 अगस्त 9 अगस्त उपाकर्म 30 अगस्त 19 अगस्त कजरी तीज 2 सितंबर 22 अगस्त बहुला चौथ 3 सितम्बर 22 अगस्त हर छठ 5 सितम्बर 7 नवम्बर पर्युषण 11 सितम्बर – हरतालिका तीज 18 सितंबर 6 सितम्बर ऋषि पंचमी 20 सितम्बर 8 सितम्बर संतान सप्तमी 22 सितम्बर 24 सितम्बर राधा अष्टमी/ महालक्ष्मी व्रत 23 सितम्बर 11 सितम्बर अनंत चतुर्दशी 28 सितम्बर 16 सितम्बर श्राद्ध 29 सितम्बर 17 सितम्बर जीवित्पुत्रिका 6 अक्तूबर 24 सितम्बर नवरात्री 15 अक्तूबर 3 अक्तूबर बठुकम्मा महोत्सव 14 अक्तूबर 25 सितम्बर नवपत्रिका पूजा 21 अक्टूबर 9 सितम्बर सरस्वती पूजा 26 जनवरी 14 फरवरी शरद पूर्णिमा / कोजागरी व्रत 28 अक्टूबर 16 अक्तूबर करवाचौथ 1 नवम्बर 20 अक्तूबर अहौई अष्टमी 5 नवम्बर 24 अक्तूबर धनतेरस 10 नवम्बर 29 अक्तूबर नरक चतुर्दशी 12 नवम्बर 31 अक्तूबर आद्य काली पूजा 12 नवम्बर 31 अक्तूबर गोवर्धन पूजा/ अन्नकूट 14 नवम्बर 2 नवम्बर भैया दूज/ यम द्वितीया 15 नवम्बर 2 नवम्बर छठ पूजा 19 नवम्बर 7 नवम्बर गोपाष्टमी 20 नवम्बर 9 नवम्बर अक्षय आँवला नवमी 21 नवम्बर 10 नवम्बर जगद्धात्री पूजा 21 नवम्बर 10 नवम्बर तुलसी विवाह 24 नवम्बर 12 नवम्बर वैकुण्ठ चतुर्दशी 25 नवम्बर 14 नवम्बर मणि कर्णिका स्नान 26 नवम्बर 14 नवम्बर विवाह पंचमी 17 दिसम्बर 6 दिसम्बर मंडला पूजा 27 दिसम्बर 26 दिसम्बर
एकादशी व्रत तिथी
एकादशी नाम पक्ष 2023 2024 सफला कृष्ण – 7 जनवरी पौष पुत्रदा शुक्ल 2 जनवरी 20 जनवरी षष्ठीला कृष्ण 18 जनवरी 5 फरवरी जया शुक्ल 1 फरवरी 19 फरवरी विजया कृष्ण 16 फरवरी 6 मार्च आमलकी शुक्ल 3 मार्च 20 मार्च पापमोचिनी कृष्ण 18 मार्च 4 अप्रैल कामदा शुक्ल 1 अप्रैल 19 अप्रैल वरुठिनी कृष्ण 16 अप्रैल 4 मई मोहिनी शुक्ल 1 मई 18 मई अपरा कृष्ण 15 मई 2 जून निर्जला शुक्ल 31 मई 17 जून योगिनी कृष्ण 14 जून 1 जुलाई देव शयनी शुक्ल 29 जून 17 जुलाई कामिका कृष्ण 13 अगस्त 31 जुलाई पुत्रदा शुक्ल 27 अगस्त 15 अगस्त पद्मिनी (अधिक मास) कृष्ण 29 जुलाई – परमा (अधिक मास) शुक्ल 12 अगस्त – अजा कृष्ण 10 सितम्बर 29 अगस्त परिवर्तिनी/ डोल ग्यारस शुक्ल 25 सितम्बर 14 सितम्बर इंदिरा कृष्ण 10 अक्टूबर 28 सितम्बर पापांकुशा शुक्ल 25 अक्टूबर 13 अक्तूबर रमा कृष्ण 9 नवम्बर 27 अक्तूबर प्रबोधिनी/ देव उठनी शुक्ल 23 नवम्बर 12 नवम्बर उत्पन्ना कृष्ण 8 दिसम्बर 26 नवम्बर मोक्षदा शुक्ल 23 दिसम्बर 11 दिसम्बर
वर्ष में 26 एकादशी व्रत का पालन किया जाता हैं. सभी एकादशी व्रत के पीछे एक पौराणिक कथा हैं, जिसमे एकादशी का उद्देश्य एवम भाव निहित हैं, जिन्हें आप अन्य दिए गए ब्लोग्स से पढ़ सकते हैं पूर्णिमा व्रत
मासिक पूर्णिमा महत्व 2023 2024 चैत्र हनुमान जयंती 6 अप्रैल 23 अप्रैल वैशाख बुद्ध जयंती 5 मई 23 मई ज्येष्ठ वट सावित्री 3 जून 21 जून आषाढ़ गुरू पूर्णिमा 3 जुलाई 21 जुलाई श्रावण पूर्णिमा रक्षाबंधन 30 अगस्त 19 अगस्त भाद्रपद पूर्णिमा श्राद्ध/ पितृ 29 सितम्बर 17 सितम्बर आश्विन शरद पूर्णिमा 28 अक्टूबर 16 अक्तूबर कार्तिक पूर्णिमा 27 नवम्बर 15 नवम्बर पौष पूर्णिमा 6 जनवरी 25 जनवरी माघ माघ मेला 6 जनवरी फाल्गुन होली 8 मार्च 25 मार्च
प्रति वर्ष 12 पूर्णिमा आती हैं . पूर्णिमा के दिन सत्यनारायण भगवान की कथा एवम पूजा का महत्व होता हैं अमावस्या व्रत
मासिक अमावस्या महत्व 2023 2024 चैत्र चैत्र अमावस्या 21 मार्च 8 अप्रैल वैशाख बैसाख अमावस्या 20 अप्रैल 7 मई ज्येष्ठ शनि जयंती 19 मई 6 जून आषाढ़ सोमवती अमावस्या 17 जुलाई 8 अप्रैल श्रावण श्रावण अमावस्या 4 / 16 जुलाई 4 अगस्त भाद्रपद पिठोरी अमावस्या, चन्द्र ग्रहण 14 सितम्बर 2 सितम्बर आश्विन सर्व पितृ अमावस्या 14 अक्टूबर 2 अक्तूबर कार्तिक दीवाली 10 नवम्बर 29 अक्तूबर अग्रहण्य मार्गशीर्ष अमावस्या 12 दिसम्बर 1 दिसम्बर पौष पौष अमावस्या 21 मार्च माघ मौनी अमावस्या 21 जनवरी 9 फरवरी फाल्गुन सूर्य ग्रहण
मासिक त्यौहार एवम पवित्र माह
नाम विवरण कालाष्टमी कृष्ण पक्ष अष्टमी प्रदोष प्रति हिंदी माह त्रयोदशी मासिक शिव रात्रि प्रति हिंदी माह चतुर्दशी संकष्टी चतुर्थी हर माह कृष्ण पक्ष के चौथे दिन संकष्टी चतुर्थी आती है| भानु सप्तमी जब सप्तमी के दिन रविवार होता हैं स्कन्दा षष्ठी शुक्ल पक्ष पंचमी और षष्ठी एक साथ आये तब मनाई जाती हैं रोहिणी व्रत जब रोहिणी नक्षत्र सूर्योदय के बाद प्रबल होता हैं सत्य नारायण पूजा पूर्णिमा एवं उसके एक दिन पूर्व/ प्रति माह संक्रांति मंगला गौरी / गौरी पूजा सावन माह के हर मंगलवार को मंगला गौरी व्रत होता है श्रावण/ सावन महत्व पवित्र माह अधिक मास महत्व पवित्र माह जो तीन वर्ष में आता हैं कोकिला व्रत जब अधिक मास आषाढ़ में आता हैं यह योग 19 वर्षो में बनता हैं कार्तिक माह महत्व पवित्र माह चातुर्मास/ चौमासा अषाढ़, श्रावण, भाद्रपद, अश्विन एवं अर्ध कार्तिक महाकुम्भ नासिक सूर्य,वृहस्पति जब सिंह राशि में प्रवेश करते हैं महाकुम्भ उज्जैन जब सूर्य एवम वृहस्पति वृश्चिक राशि में प्रवेश करता हैं |
महत्वपूर्ण मासिक त्यौहारों एवम माह का महत्व