Puja Vrat Tyohar

Somvati Amavsya सोमवती अमावस्या

Somvati Amavsya सोमवती अमावस्या

हिंदू धर्म में सोमवती अमावस्या का महत्व और रीति-रिवाज सोमवार के दिन पड़ने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या कहा जाता है। प्रत्येक मास में एक अमावस्या होती है और प्रत्येक सात दिनों बाद एक सोमवार आता है। हालांकि, अमावस्या का सोमवार के दिन पड़ना बहुत ही कम होता है। गणित के प्रायिकता सिद्धांत के अनुसार […]

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Pradosh Vrat

Pradosh Vrat प्रदोष व्रत

“प्रदोष” हिन्दू भक्तों के अनुसार, यह एक सबसे शक्तिशाली व्रत है। इस दिन वे व्रत रखते हैं और इस व्रत को बहुत उत्साह और जोश के साथ मनाते हैं। प्रदोष अनुष्ठान का उद्देश्य अच्छी सेहत, शांति और मुक्ति (मृत्यु के बाद मोक्ष) की प्राप्ति करना होता है। ‘प्रदोष’ शब्द का अर्थ होता है ‘रात के

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Hindu festivals and celebrations

Hindu festivals and celebrations प्रमुख हिंदू व्रत पर्व और त्यौहारों

प्रमुख पर्व त्यौहार का नाम 2023 2024 होली 8 मार्च 25 मार्च रक्षाबंधन 30 अगस्त 19 अगस्त जन्माष्टमी 6 सितंबर 26 अगस्त गणेश चतुर्थी 19 सितंबर 7 सितम्बर दशहरा 24 अक्टूबर 12 अक्टूबर गुरु नानक जयंती 27 नवम्बर 15 नवम्बर दिवाली 12 नवम्बर 1 नवम्बर सांस्कृतिक त्यौहारों का विवरण किया गया हैं अन्य धार्मिक त्यौहार

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Padmani Ekadashi पद्मिनी एकादशी

Padmani Ekadashi पद्मिनी एकादशी

पद्मिनी एकादशी पद्मिनी एकादशी अधिक माह में आती है। जो एकादशी अधिक माह के शुक्ल पक्ष में आती है उसे पद्मिनी एकादशी कहते हैं। पद्मिनी एकादशी का व्रत जो महीना अधिक हो जाता है उसपर निर्भर करता है इसीलिए पद्मिनी एकादशी का उपवास करने के लिए कोई चन्द्र मास तय नहीं है। अधिक मास को

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Ashadhi Ekadashi

Ashadhi Ekadashi आषाढ़ी एकादशी

चंद्र मास की ग्यारहवीं तिथि को एकादशी कहा जाता है। प्रत्येक चंद्र मास में दो एकादशियाँ होती हैं, जिनमें से एक कृष्ण पक्ष (घटते चरण) के दौरान और दूसरी शुक्ल पक्ष (बढ़ते चरण) के दौरान आती है। एकादशियों पर भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। देवशयनी एकादशी के दिन से भगवान विष्णु का शयनकाल

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सुंदरकांड Sunderkand

Sunderkand सुंदरकांड

सुंदरकांड श्रीरामचरितमानस रूप भगवान् श्रीराम के शब्द विग्रह की सुंदर ग्रीवा है। सुंदरकांड में तीन श्लोक, छह छंद, साठ दोहे तथा पांच सौ छब्बीस चौपाइयां हैं। साठ दोहों में से प्रथम तीस दोहों में रुद्रावतार श्री हनुमान जी के चरित्र तथा तीस दोहों में विष्णु स्वरूप राम के गुणों का वर्णन है। सुंदर शब्द इस

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swastik

Swastik स्वस्तिक

स्वस्तिक चिह्न का अर्थ शास्त्रों में स्वस्तिक को भगवान श्री गणेश का प्रतीक माना जाता है। इसलिए पूजा में जिस तरह इन्हें सबसे पहले पूजा जाता है उसी तरह स्वस्तिक को मंगल कार्य शुरू करने से पहले बनाया जाता है। स्वस्तिक शब्द तीन भिन्न शब्दों के मेल से बना है। ‘सु’ का अर्थ शुभ है,

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Kumbh Mela कुंभ मेला

Kumbh Mela कुंभमेला

कुंभ का पौराणिक महत्व समुद्र मंथन की कहानी पर केंद्रित है, जो देवताओं और राक्षसों द्वारा अमूल्य रत्न, या गहने, और अमरत्व का अमृत प्राप्त करने के लिए किया गया था। नागराज वासुकि ने रस्सी का काम किया और मंदराचल पर्वत ने मंथन की छड़ी का काम किया। मंदराचल पर्वत को सहारा देने के लिए,

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Parikrama देव मूर्ति की परिक्रमा का महत्व

देव मूर्ति की परिक्रमा का महत्व: धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व Introduction देव मूर्ति की परिक्रमा का महत्व हिन्दू धर्म में गहन मान्यताओं और परंपराओं का हिस्सा है। यह एक पूजा प्रथा है जिसमें विशिष्ट देवी-देवताओं की मूर्ति को घेरा जाता है और परिक्रमा की जाती है। इस प्रथा का महत्व धार्मिक और आध्यात्मिक संबंधों के

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Gau Seva

Gau Seva गौ सेवा

गौ सेवा का धार्मिक महत्त्व क्यों हिंदू धर्म में गाय को देवता और माता के समान मानकर उसकी सेवा-शुश्रूषा करना मनुष्य का मुख्य धर्म माना गया है, क्योंकि उसके शरीर में सभी देवता निवास करते हैं। कोई भी धार्मिक कृत्य ऐसा नहीं है, जिसमें गौ की आवश्यकता नहीं हो। फिर चाहे वह यज्ञ हो, पोडश

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